प्रभाष जोशी के करीबी लोग बताते हैं कि उनका 73वां जन्म दिन ऐसा पहला जन्मदिन था, जिसे उन्होंने राजी-खुशी मनाया। इससे पहले तक तो वे दबाव से ही मनाते आ रहे थे। सन् 1997 में पहली बार उनका साठवां जन्म दिन इंदौर में मनाया गया था। तब से यह सिलसिला जारी था। यह उस कड़ी की अंतिम तस्वीर है, जिसे संजय तिवारी ने अपने कैमेरे में कैद किया था।
जब सपने में आए रेणु! [ फणीश्वरनाथ नाथ रेणु की आज पुण्यतिथि है ]
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“मैं तो तुम्हारे जन्म से छह साल पहले ही उस ‘लोक’ चला गया था, फिर तुम्हें
बार-बार मेरी याद क्यों आती है ? ख़ैर, एक बात बताओ , क्या सचमुच सुराज आ गया
है वहा...
2 days ago
1 comment:
http://www.youtube.com/watch?v=1ZADwvQ0tQI
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