छठ के बहाने गुलजार हुए बिहार के गांव पर्व के बाद फिर होंगे खाली, कब रुकेगा
ये पलायन?
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प्रवासियों के लिए भीड़ एक संज्ञा है! प्रवासियों का दर्द त्यौहारों में और
बढ़ जाता है, वे भीड़ बन निकल पड़ते हैं अपनी माटी की ओर, जहां से उन्हें
हफ्ते भर ब...
2 weeks ago
2 comments:
बहुत ख़ुब. देर से डालेते हैं पर अच्छा डालते हैं. रफ़्तार थोड़ा तेज़ कीजिए.
theek hai, bhaiya, lage rahiye ...aacha laga geet ke snag CARTOON ko dekhkar
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